Drill Machine , Industrial Tools.
इंडस्ट्री मे बहुत से
टूल्स उपयोग मे लाये जाते हैं. जिसमे Drill
Machine भी
एक ऐसा ही टूल्स हैं. जैसा की नाम से ही पता चलता हैं की ड्रिल मशीन का क्या काम
होना चाहिए. ड्रिल मशीन का काम किसी वस्तु मे छेद करना होता हैं.
वैसे अलग अलग जगह पर अलग अलग ड्रिल मशीन
का उपयोग होता हैं. दीवार मे छेद करने के लिए अलग ड्रिल मशीन और लोहा मे छेद करने
के लिए अलग मशीन. पर हम यहा पर लोहा मे छेद करने वाला ड्रिल मशीन के बारे मे
जनेगे. किसी भी इंडस्ट्री मे बहुत से काम होते हैं.
कही पर लोहा का स्ट्रक्चर बनाया जाता
हैं. तो कही पर कोई समान बनाए जाते हैं. पर लोहा को अलग अलग आकार और प्रकार देने
मे उस मे छेद करने की भी आवश्यकता पड़ती हैं. लोहा मे ड्रिल कर के वहाँ पर nut bolt फसाया जा सकता हैं या nut bolt को टाइट किया जा सकता हैं.
अक्सर ड्रिल मशीन का मुख्य काम, ड्रिल कर के वहाँ से कनैक्शन निकालना
होता हैं. ताकि वहाँ से अगर आगे का कोई कनैक्शन हो तो उसे पूरा किया जाए. अब तो
ड्रिल वर्क का महत्व भी बहुत ज्यादा बढ़ गया हैं. पर जैसे जैसे जमाना बदल रहा हैं.
वैसे वैसे ज्यादा से ज्यादा स्मार्ट और comfortable
मशीन
का आविष्कार हो रहा हैं.
मशीन जो की किसी भी काम को कम समय मे कर
दे. ड्रिल मशीन बहुत प्रकार के होते हैं. जैसे की Stain Drill मशीन, Magnetic Drill
Machine, All Cut Drill Machine आदि.
Stain Drill Machine :- बहुत से industry ऐसे
भी होंगे जहा पर अब भी Stain Drill Machine
का
उपयोग किया जाता हैं. ये ड्रिल मशीन एक
प्रकार का मशीन होता हैं, जिस मे Drill machine satin के सहारे फिट किया
जाता हैं. जीतने का ड्रिल बीट लगाना हो लगा कर ड्रिल कर दिया जाता हैं. Stain Drill Machine मे जिस लोहा को ड्रिल
मारना हो.
उसे इसके ऊपर रख कर अच्छी तरह से लोक कर
दिया जाता हैं. जिस कारण लोहा अपने जगह पर फिक्स रहता हैं. लोहा क्या ये लोहा का प्लेट होता
हैं. जिस मे ड्रिल मारा जाता हैं. इसे ही एक जगह पर फिट कर के लोक किया जाता हैं.
Stain Drill मशीन को जिस जगह punch हो वहाँ पर ले जा कर hole कर दिया जाता हैं. इसमे लगे हुए Handle को धीरे धीरे दबाया जाता हैं. जिस से
होल होता रहता हैं. ये एक जटिल प्रक्रिया हैं. इस मशीन से hole करने पर बहुत ही ज्यादा आवाज आता हैं.
Magnetic Drill Machine :- ये एक प्रकार का ड्रिल मशीन होता हैं.
जिसके base मे Magnet लगा होता हैं. इस मशीन से ड्रिल मारना
बहुत ही आसान होता हैं. पर ड्रिल मारने का process
बहुत
ही धीमा होता हैं. इस मे hole का centre मिला पाना बहुत मुसकिल हैं.
Hole आउट होने का पूरा संभावना होता हैं. इस
मशीन से काम करने के लिए एक आदमी ज्यादा लगता हैं. एक तो hole करता हैं और दूसरा उस मे cutting oil डालता रहता हैं. बड़े आकार का hole करना थोड़ा मुसकिल हैं.
पहले पायलट hole मारा जाता हैं. फिर उसके बाद hole को बढ़ाने के लिए hole मारा जाता हैं. इस मे समय ज्यादा लगता
हैं. इसका बीट भी स्प्रिंग नुमा घूमा हुआ होता हैं. अगर इस मशीन को एक जगह से
दूसरे जगह ले जाना हो तो दो आदमियों की आवश्यकता पड़ता हैं.
All Cut Drill Machine : All Cut Drill मशीन से hole करना बहुत ही आसान होता हैं. इस मशीन के
सहायता से बहुत ही कम समय मे सही hole मारा जा सकता हैं. अब
तो ये मशीन बहुत ही छोटे आकार मे भी उपलब्ध हैं.
इसे एक जगह से दूसरे जगह ले जाने मे कोई
परेशानी नहीं हैं. सारा काम ऑटोमैटिक तरीके से चलता रहता हैं. एक बार सेट कर के
छोड़ दे तो कितना प्रैशर से hole करना हैं. मशीन खुद ब
खुद कर देती हैं. इस मशीन के सहायता से drill
burr भी
बहुत कम निकलते हैं.
ड्रिल बीट का बनावट
ऐसा होता हैं की ये सिर्फ जरूरत भर का लोहा काटता हैं. बाकी का लोहा नीचे गिरा
देता हैं. जिस से मटेरियल की बरबादी नहीं होती हैं. कोई भी नया काम सीखने वाला भी
बहुत ही आसानी से hole कर सकता हैं. सिर्फ
सेंटर मिलाने आना चाहिए.
आज कल के दौर मे सभी प्लांट मे इसी मशीन
का उपयोग हो रहा हैं. पर इस से मारे जाने वाले ड्रिल बीट का कीमत ज्यादा होता हैं.